अगर हो रही हैं ये बीमारियां, तो टॉक्सिंस को शरीर से बाहर निकलना बन जाएगा मुश्किल! किडनी शरीर का महत्वपूर्ण अंग है। ये मुट्ठी के आकार का अंग होता है, जो रिब केज (Rib cage) के नीचे स्थित होता है। स्पाइन के दोनो तरह किडनी होती है। हेल्दी बॉडी के लिए किडनी बहुत जरूरी है। किडनी शरीर से वेस्ट प्रोडक्ट, अधिक मात्रा में पानी और अन्य गंदगी को बाहर करने का काम करती है।

किडनी डिजीज (Kidney Disease) क्या होती हैं? किडनी डिजीज (Kidney Disease) की समस्या कई बीमारियों के कारण हो सकती है। कुछ बीमारियां जैसे कि डायबिटीज( diabetes), हाय ब्लड प्रेशर (high blood pressure) और अन्य क्रॉनिक कंडीशन किडनी पर बुरा असर डाल सकती हैं। किडनी डिजीज के कारण हेल्थ प्रॉब्लम जैसे कि वीक बोंस, नर्व डैमेज और कुपोषण की समस्या हो सकती है

किडनी डिजीज होने पर शरीर में दिख सकते हैं ये लक्षण – थकान का एहसास (fatigue) – किसी भी काम में ध्यान न लगना (difficulty concentrating) – सोने में दिक्कत (trouble sleeping) – भूख में समस्या ( poor appetite) – मसल्स में ऐंठन (muscle cramping) – पैरों का सूजना (swollen feet) – आंखों में सूजन (puffiness around the eyes) – फ्रीक्वेंट यूरिनेशन (frequent urination)

किडनी से संबंधित बीमारियों  के लिए डायग्नोसिस – अल्ट्रासाउंड (Ultrasounds ) – ग्लोमेरुलर फिल्टरेशन रेट (GFR) – इमेजिंग टेस्ट (Imaging tests) – एक्स-रे स्कैन (X-ray) – किडनी बायोस्पी – सीटी स्कैन (CT scans) – ब्लड यूरिया नाइट्रोजन टेस्ट (Blood Urea Nitrogen) – यूरिन टेस्ट